दलालों-घूसखोरी से कथित यारी, ऐसा मिर्जापुर का चिरकुट आरटीओ संजय तिवारी

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प्रति माह लाखों का करता भृष्टाचार, योगी जी कब करेंगे इस भृष्टाचारी पर बुलडोजर का वार

हर पटल वसूली में फ़िक़्स किया हिस्सा, यही है संजय तिवारी का किस्सा

सोनिका मौर्या
सोनिका मौर्या

मिर्जापुर /वाराणसी: सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लाख जतन करते रहते है कि सरकार की साख पर कोई आंच न आये ,इसलिए समय समय भ्र्ष्टाचार में शामिल अधिकारियों पर दंडात्मक कार्यवाही करते रहते है। मगर कुछ ऐसे भी अधिकारी है जिनकी धनलोलुपता ऐसी है कि सरकार की साख को आंख दिखाने से नही चूकते, यानी अपनी अवैध आमदनी के चक्कर मे सरकार की छवि बेकार करने पर तुले है.

हम बात कर रहे है परिवहन विभाग की जनपद मिर्जापुर में तैनात आरटीओ प्रशासन संजय तिवारी की इसको अपनी तिजोरी भरने की इस कदर जल्दी है मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री की नसीहतों दरकिनार कर भ्र्ष्टाचार की सुनामी ला दी है। संजय तिवारी कथित तौर पर एक नम्बर का घूसखोर, चिरकुट, लम्पत्व बत्तमीज अधिकारी है तनख्वाह से पेट नही भरता हराम की कमाई खाने की आदत हो गयी है इसलिए इसे हरा आम खोर कहना गलत न होगा। सूत्र बताते है कि इसने मिर्जापुर के परिवहन कार्यालय में विभिन्न अनुभागों से खाओ और खिलाओ टाइप की व्यवस्था सेट कर दिया है जो निर्बाध रूप से जारी है।

मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री दयाशंकर के आदेश  की उड़ रही है धज्जियां मिर्जापुर के आरटीओ कार्यालय में
मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री दयाशंकर के आदेश की उड़ रही है धज्जियां मिर्जापुर के आरटीओ कार्यालय में

क्या बताये किस्सा, आरटीओ प्रशासन संजय तिवारी का हर अनुभागों में हिस्सा

आरटीओ संजय तिवारी को अपनी तिजोरी में लक्ष्मी की अधिकतम आमद इस कदर पसन्द है कि पूछिये मत। सूत्रों कि माने तो परिवहन कार्यालय में हर अनुभाग से अवैध वसूली का हिस्सा चाहिए। इसके अलावा आर आई से अलग पंजीयन से अलग माल मुद्रा चाहिए। इसे निकम्मे अधिकारी की पैसे की इतनी हवस है कि इसके लिए सब कुछ अपना खोल कर रखता है कुछ भी कर लो लेकिन पैसा चाहिए। मिर्जापुर परिवहन कार्यालय का सबसे बड़ा अधिकारी यही है और जब सबसे बड़ा अधिकारी ही लूटमलूट मचाये हो तो जूनियर भी बेखौफ होकर एक्स्ट्रा कमाने में लग जाते है।

इतनी है अनुभागों से मलाई, जिसे देखकर संजय तिवारी की जीभ लपलपाई

मिर्जापुर के परिवहन कार्यालय में रिश्वतखोरी का ग्राफ इस कदर बढ़ा हुआ है कि यहां हर कार्य का एक निर्धारित अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है जिसको सिस्टम भी कहा जाता है जो मूल शुल्क के बाद टेबल के नीचे से लिया जाता है।

लाइसेंस अनुभाग

लाइसेंस अनुभाग में आर आई पुष्पेंद्र सिंह लर्निंग लाइसेंस 600 रुपया परमानेंट का 700 रुपया हैवी लाइसेंस का 4 से 5 हजार यानी औसतन कमाई 20 हजार से 25 हजार प्रतिदिन की अवैध वसूली इस हिसाब से देखा जाए तो 6 से 7 लाख रुपया महीना जिसमे 30 प्रतिशत की भागीदारी आरटीओ संजय तिवारी की रहती है।

फिटनेस अनुभाग

यहां भी आर आई पुष्पेंद्र सिंह द्वारा छोटे व्यावसायिक वाहनों से 700 से रुपये व बड़े व्यावसायिक वाहनों से 1000 रुपये लिए जाते है। यहां भी रोज की अवैध वसूली 15 से 20 हजार रुपया प्रतिदिन का है यही भी संजय तिवारी का 30 फीसदी हिस्सेदारी रहती है।

प्रवर्तन की लीला अपरम्पार

एआरटीओ प्रवर्तन द्वय क्रमशः विवेक शुक्ला ,विजय प्रकाश ओवरलोडिंग करवा कर अवैध वसूली में संलिप्त
एआरटीओ प्रवर्तन द्वय क्रमशः विवेक शुक्ला, विजय प्रकाश ओवरलोडिंग करवा कर अवैध वसूली में संलिप्त

मिर्जापुर में एआरटीओ प्रवर्तन के दो दल है एक विवेक शुक्ला दूसरा दल विजय प्रकाश का है लेकिन ये दल नही ये भ्र्ष्टाचार का दलदल है जहां पर हर महीने 70 से 80 लाख का भ्र्ष्टाचार होता है ओवरलोड वाहनों के संचालन से इसका भी मैं बाद में विस्तार से खुलासा करूंगी। बताते चले की यहां भी लगभग 10 लाख महीना संजय तिवारी के हिस्से में आता हैं।

विजिलेंस या एलआईयू से करा लें सत्यापन

इस खबर जो भी खुलासा किया गया है जिला प्रशासन से लगायत शासन के नीति नियंता अधिकारी एलआईयू, विजिलेंस की टीम से गोपनीय जाँच करा कर कड़ी कार्यवाही कर सकते है यदि वास्तव में ईमानदारी से जांच हो जाये तो आरटीओ तिवारी, एआरटीओ प्रवर्तन दलों के दोनों अधिकारी विवेक शुक्ला, विजय प्रकाश, व आर आई पुष्पेंद्र सिंह का फसना तय है।

क्या बोले जिम्मेदार

प्रकरण गम्भीर मुख्यालय से गोपनीय टीम भेजकर जांच करवाता हूँ जो भी दोषी होगा बख्शा नही जाएगा हम हाल में मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री के आदेश व निर्देश का शत प्रतिशत अनुपालन कराया जाएगा।

धीरज साहू
परिवहन आयुक्त उत्तर प्रदेश

-अचूक संघर्ष

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