PM Modi के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से पहलवानों के समर्थन में जंतर-मंतर पहुंची बेटियां

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बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ दिल्ली में चल रहे महिला पहलवानों के धरने के समर्थन में बनारस का दख़ल संगठन पंहुचा नई दिल्ली

बनारस से आए हज़ारों हस्ताक्षर और संदेशों को पहलवान बेटियों के सौंपने के लिए जंतर मंतर, नई दिल्ली धरनास्थल पर पंहुची बनारस की लड़कियां

 

नई दिल्ली/ वाराणसी: 6 मई 2023 को दखल संगठन वाराणसी के सदस्यों ने नई दिल्ली ‘ जंतर मंतर ‘ धरनास्थल पर पंहुचकर कुश्ती खिलाड़ियों के आंदोलन को समर्थन दिया।

अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी कुश्ती खिलाड़ियों से मिलकर उन्हें एकजुटता का भरोसा दिया गया। बनारस में पिछले एक सप्ताह से प्रमुख चौराहों पर इन कुश्ती खिलाड़ियों के समर्थन में जो हस्ताक्षर अभियान चलाया गया था , उस बैनर को बनारस के नागरिकों की ओर से इन आंदोलनरत खिलाड़ियों को एकजुटता संदेश के रूप में दिया गया।

उक्त प्रकरण में पीएम को ज्ञापित ज्ञापन पत्र की प्रति और यौन उत्पीड़न की घटना से जुड़े तथ्यों से अवगत कराते हुए जो समर्थन पत्र जारी किया गया है, उसकी प्रति भी सौंपी गई।

ज्ञापन के बिंदुओं को जंतर मंतर पर खिलाड़ियों के बीच में पढ़कर बनारस से आई सामाजिक कार्यकर्त्री नीति ने पढ़कर सुनाया और धरनास्थल पर जमा लोगों से भी समर्थन प्राप्त किया। ये बिंदु निम्न प्रकार से हैं :-

1 – बृजभूषण शरण सिंह को भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद से हटाया जाए।

2 – पॉस्को सहित यौन शोषण की गम्भीर धाराओं में अभियुक्त दबंग बीजेपी सांसद को तत्काल जेल भेजा जाए ताकि जाँच प्रभावित न हो ।

3 – न्यायिक जाँच निष्पक्ष हो और शिकायतकर्ताओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो।

4 – खेल संघों में ICC ( आंतरिक जांच समिति ) का गठन अनिवार्य हो।

5 – खेल संघों में राजनैतिक दखलंदाजी बन्द हो। खेल संघ में मुख्य कार्यकारी पदों पर खिलाड़ी ही बैठें।

ज्ञातव्य है कि 23 अप्रैल से नई दिल्ली में जंतर मंतर पर ख्यातिलब्ध विश्व स्तरीय महिला कुश्ती पहलवान धरने पर बैठी हुई हैं। इनका आरोप है कि लम्बे समय से कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर काबिज बृजभूषण शरण सिंह ने नाबालिग बच्ची सहित कई कुश्ती खिलाड़ियों के साथ यौन दुराचार और शोषण किया है।

बृजभूषण सिंह बीजेपी के लंबे समय से सांसद हैं। इसके पूर्व इसी साल 2023 जनवरी में ये खिलाड़ी इन्हीं आरोपों को लेकर सामने आए थे। तब जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था।

महिला हिंसा बंद करो ! तोड़ो तोड़ो चुप्पी तोड़ो ! बेटियों के सम्मान में हम सब है मैदान में। खिलाड़ियों को खेलने दो ! कुश्ती बचाओ कुश्ती बढ़ाओ ! खेल संघो में दखलंदाजी बन्द करो ! खिलाड़ी एकता ज़िंदाबाद ! आदि नारे लिखे प्लेकार्ड लहराए गए और नारे लगाए गए।

धरनास्थल पर ‘ वी दी वीमेन समूह ‘ की कार्यकर्त्री और जेएनयू छात्रा जाह्नवी ने कहा कि सवाल ये है कि आखिर प्रधानमंत्री जी चुप क्यों हैं? आपराधिक छवि वाले और संगीन आरोप झेल रहे नेता के खिलाफ कदम क्यों नहीं उठाते ?

शोध छात्रा चेतना ने कहा कि महिला खिलाड़ियों ने जो आरोप लगाए है वो बेहद गंभीर हैं। इंटरनेशनल स्तर पर जो खिलाड़ी देश का मान बढाते हैं उनके साथ ये सब हो रहा है और उन्हें सड़क पर बैठकर न्याय की गुहार लगानी पड़ रही है ये एहसास किसी भी देशभक्त का सिर झुका देने वाला है।

आरोप की गंभीरता स्वयं सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार की है। आरोप यह भी है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ शिकायत दो साल पहले सीधे प्रधानमंत्री को स्वयं इन खिलाड़ियों ने की थी।

विनेश फगोट साक्षी मलिक से बात करते हुए नीति ने कहा कि हम लड़कियां ये भरोसा दिलाती है कि इस संघर्ष को निर्णायक बनाएंगी। आप सभी खिलाड़ी हमारे सम्मान हो, आप के समर्थन में पूरा देश है। हम बनारस से आपकी आवाज में आवाज़ लगाते रहेंगे और जरूरत पड़ी तो हम सब लडकियां हजारों की संख्या में आपके साथ यहीं जंतर मंतर पर धरने पर बैठेंगी।

धरनास्थल पर समर्थन देने पहुंचे लोगों में जेनएयू के छात्र- छात्राओं और दिल्ली के नागरिक समाज के लोग भी शामिल रहे।

प्रमुख नामो में नीति, जाह्नवी, चेतना, आकाश, धनञ्जय आदि शामिल रहे।

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