नई दिल्ली. एक तरफ भारत G-20 की सफल मेजबानी करके दुनिया में एक नई मिसाल पेश कर रहा है, तो वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान भूख से मरने की कगार पर है. अब जब दुनिया में G-20 के आयोजन का डंका बज रहा है इससे ही पाकिस्तान की ISI और फौज परेशान है. वह एक ऐसी साजिश रच रहा है जिसका पता भारतीय खुफ़िया एजेंसी को लगा है. G-20 के कार्यक्रम पूरे देश में अलग-अलग हिस्सों में आयोजित किए जा रहे हैं. उसमें जम्मू कश्मीर भी शामिल है. मई के महीने में G-20 के इवेंट आयोजित किया जा रहा है और इसी इवेंट के रंग में भंग डालने की तैयारी ISI कर रही है. गुरुवार को इसी के चलते सेना की गाड़ी पर आतंकियों ने हमला किया और अब बड़ी संख्या में आतंकी पीओके से LOC पार कर कश्मीर में दाखिल होने की तैयारी में हैं.
इंटेलिजेंस इनपुट में यह खुलासा हुआ है कि LOC के पास अलग-अलग लाॉंचपैड से दो दर्जन से ज़्यादा लश्कर के आतंकी घुसपैठ की कोशिश में है. लशकर के 4-4 आतंकियों के दो गुट एक तंगधार के दूसरी और लीपा वैली से तो एक गुट नौगाम सैक्टर के दूसरी ओर से घुसपैठ की कोशिश में तो 3-3 लश्कर के दो गुट के जी-सैक्टर और 5 लश्कर के आतंकी बीजी सैक्टर से घुसबैठ की तैयारी में है|
इंटेलिजेंस के हाथ लगा बड़ा इनपुट
एक जानकारी यह भी मिली है कि उरी सेक्टर के दूसरी और पीओके के बाग इलाके से 5 आतंकी घुसपैठ की कोशिशो में है. इन सभी आतंकियों को ज्यादा से ज़्यादा ग्रेनेड अटैक के लिए हिदायत दी गई है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक लश्कर और जैश के आतंकी पुलवामा के राजपोरा में सुरक्षा बलों और कश्मीरी पंडितो पर ग्रेनेड हमले की फिराक में है. हालांकि भारतीय सेना का काउंटर इंफिलट्रेशन ग्रिड इतना मजबूत है कि ऐसी कोशिशों को अंजाम देना भी आतंकियों के बस की बात नहीं. ख़ास बात तो यह है कि जो भी आतंकी घुसपैठ के लिए लॉंच पैड पर मौजूद है उन्हें खास हिदायत दी गई है कि LOC पर बहुत सावधानी से काम करें. किसी भी अंजान शख्स से कोई रिश्ता न रखने का फरमान जारी किया गया ताकि वो अपने आंतिकी गतिविधियों की जानकारी लीक होने से बचा सके|
यह फरमान इसलिए भी जारी करना पड़ा है ISI को क्योकि अब आतंकी तंजीमो का सपोर्ट बेस घाटी में कम हो गया है. पहले तो कश्मीर के लोग उन्हें सपोर्ट करते थे और कोई ऑपरेशन लॉंच किया जाता तो न सिर्फ उसकी जानकारी आतंकियों को पहले से मिल जाती थी बल्कि एनकाउंटर के वक्त लोकल ऑपरेशन को बाधित करने के लिए भीड़ इकट्ठा करने और पत्थरबाजी तक करते थे, लेकिन अब इस तरह की घटना ना के बराबर हो गई है. यहां तक की LOC पार कर शहर तक आतंकियों को ले जाने वाले गाइड तक अब उन्हें नहीं मिल पा रहे है, लिहाजा कई तरह की नई जानकार सिखाकर आतंकियों को LOC पार कराने को कोशिश की जा रही है जिसमें पाकिस्तान की मिलिट्री इंटेलिजेंस भी मदद कर रही है. बहरहाल ISI और आतंकियों को इस बात का भी डर है कि भारतीय सेना का ऑपरेशन ऑल आउट अब भी जारी है|