दिल्‍ली में गहराते बिजली संकट पर मंत्री सत्येंद्र जैन ने की प्रेस कॉफ्रेंस

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दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली में गहराते बिजली संकट पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बात कही.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि अगर बिजली का उत्पादन हो रहा है तो हमें यह मिलती रहेगी. इसमें कोई दिक़्क़त नहीं होगी लेकिन अगर पावर-प्लांट्स बंद हो जाते हैं तो दिल्ली के लिए यह निश्चित तौर पर समस्या वाली बात होगी.
सत्येंद्र जैन ने दावा करते हुए कहा कि देश में कोयले की कमी है, हमारे पास 21 दिन का कोयले का बैकअप होना चाहिए लेकिन बहुत से पावर प्लांट्स के पास सिर्फ़ एक दिन का ही कोयला बचा है.
दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने इससे पहले गुरुवार और शुक्रवार को एक आपातकालीन बैठक की ताकि स्थिति का सही-सही आंकलन किया जा सके. सही आंकलन के आधार पर केंद्र को निवेदन किया जा सके कि वे कोयले की आपूर्ति करवाएं ताकि देश की राजधानी को बिजली मुहैया कराने वाले पावर प्लांट्स बिना बाधा के चलते रहें.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस समस्या को लेकर एक ट्वीट किया है.
उन्होंने एक अख़बार की कटिंग को पोस्ट करते हुए लिखा है- “देश भर में बिजली की भारी समस्या हो रही है. अभी तक दिल्ली में हम लोग किसी तरह से मैनेज किए हुए हैं. पूरे भारत में स्थिति बेहद गंभीर है. हम सबको मिलकर जल्द ही इसका समाधान निकालना होगा. इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की ज़रूरत है.”
हालांकि बिजली की समस्या से सिर्फ़ दिल्ली ही नहीं जूझ रही है. दिल्ली के अलावा देश के कई हिस्सों में बिजली की किल्लत महसूस की जा रही है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया है.
उन्होंने लिखा है- “देश के 16 राज्यों में बढ़ती गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ी है एवं इसके अनुरूप कोयले की आपूर्ति नहीं हो रही है जिसके कारण आवश्यकतानुसार बिजली आपूर्ति संभव नहीं है. यह एक राष्ट्रीय संकट है. मैं सभी से अपील करता हूं कि इस संकट में एकजुट होकर परिस्थितियों को बेहतर करने में सरकार का साथ दें. अपने निवास या कार्यक्षेत्र के गैर-जरूरी बिजली उपकरणों को बन्द रखें. अपनी प्राथमिकताएं तय कर बिजली का उपयोग जरूरत के मुताबिक करें.”
केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा है कि क्या प्रदेश भाजपा का दिशाहीन नेतृत्व केन्द्र सरकार से इस बारे में सवाल पूछेगा कि वो मांग के अनुसार कोयला उपलब्ध करवाने में सक्षम क्यों नहीं है जिसके कारण 16 राज्यों में बिजली कटौती की नौबत आई है?
राजस्थान के अलावा बिहार में भी बिजली संकट पैदा हो गया है.
बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव का कहना है कि राज्य में क़रीब 1000 MW बिजली की कमी है लेकिन यह समस्या एक से दो दिन में सुलझा ली जाएगी. उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में केंद्र सरकार से बात चल रही है.
-एजेंसियां

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