संजय तिवारी खुद को बताता है परिवहन मंत्री दयाशंकर का करीबी, काम करता है पूरा फरेबी
ट्रांसफर पोस्टिंग के लिये मंत्री के नाम पर मांग रहा है पैसा
एआरटीओ प्रवर्तन विजय प्रकाश भी किसी से कम नही, स्वतंत्र देव सिंह की छत्रछाया में ये भी अवैध वसूली में संलिप्त
मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री की आदेश निर्देश को धता बताते है संजय तिवारी, विवेक शुक्ला व विजय प्रकाश तीनो मिलकर हर माह 70 से 80 लाख रुपये की अवैध वसूली कर रहे है

मिर्जापुर/वाराणसी/ एक पुराना मुहावरा है आदमी का ‘पानी’ उतर जाना अर्थात आदमी की इज्जत उतर गई इंसान का नेचर व सिग्नेचर कभी नही बदलता सरकार बदलती है नीति नियन्ता बदलते है लेकिन जिसका सेटिंग तगड़ा होता है वो न अपनी कुर्सी बचाने में सफल रहते है बल्कि अपनी मनमानी पर आमादा रहते है चाहे उनकी हरकतों से सरकार की कितनी भी छीछालेदर हो रही हो उन्हें तो अपनी तिजोरी भरने से मतलब रहता है कुछ ऐसा ही उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में हो रहा है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते कहते तक गए कि हमारी सरकार में भ्रष्टाचार व भृष्टाचारियो के लिए एक ही जगह है वो है जेल दूसरी तरफ पहली बार परिवहन मंत्री बने दयाशंकर सिंह ने भी साफ साफ कह दिया है किसी तरह का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नही किया जाएगा। लेकिन पूर्व के सरकार में मलाई काट चुके मिर्जापुर आरटीओ प्रशासन संजय तिवारी, एआरटीओ प्रवर्तन द्वय विवेक शुक्ला, विजय प्रकाश ये तीनो सुधरने का नाम ही नही ले रहे है केवल एक सूत्रीय कार्यक्रम केवल पैसा चाहिए इसके लिए कुछ भी करना पड़े यहां तक कि उत्तर प्रदेश सरकार के नव नियुक्त परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह के इज्जत का इन अधिकारियों ने फालूदा निकाल दिया है अमूनन लोग यही समझते है कि बिना मंत्री की सहमति से अनैतिक कार्य को अंजाम नही दिया जा सकता लेकिन सूत्र बताते है कि मंत्री जी का व्यक्तित्व काफी ईमानदारी भरा है लेकिन इन तीनो अधिकारियों की कार्य प्रणाली से परिवहन मंत्री के इज्जत का पानी निकलता हुआ नजर आ रहे है।

ओवरलोडिंग से अवैध वसूली का लाखो का कारोबार, परिवहन मंत्री दयाशंकर की गरिमा तार तार
एआरटीओ प्रवर्तन द्वय विवेक शुक्ला, संजय तिवारी ओवरलोडिंग से हर माह 70 से 80 लाख की अवैध वसूली कर रहे है। इसमे आरटीओ संजय तिवारी की भी संलिप्तता है। एक गुप्त कोड से ओवरलोड वाहनों का संचालन होता है। ये कोड विवेक शुक्ला व विजय प्रकाश के द्वारा दिया जाता है फिर कारखास सिपाहियों के द्वारा विभिन्न ट्रांसपोर्टरों व कुछ ढाबे वाले के दे दिया जाता है फिर 10 तारीख तक कारखास सिपाहियों द्वारा लिस्ट व पैसे का कलेक्शन कर विवेक शुक्ला व विजय प्रकाश तक पहुचा दिया जाता है। प्रति ओवरलोड वाहनों से 3000 वसूले जा रहे है लगभग 3000 गाड़ियों की इंट्री जनपद मिर्जापुर में होती है। वसूली की धनराशि 70 से 90 लाख के आस पास पहुँच जाती है। बताते चले कि इस अवैध वसूली में लगभग 20 लाख का हिस्सा संजय तिवारी का होता है। गाड़ियों की संख्या के आधार पर वसूली की धनराशि घटती व बढ़ती रहती है।

इन तीनो भृष्टाचारियो के कथित शरणदाता
कोई भी अधिकारी बिना किसी की शह के गलत काम नही कर पाते है मिर्जापुर में भी कुछ ऐसा ही है संजय तिवारी तो खुद ही सबको बताता है कि मेरे ऊपर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह का हाथ है। वही दूसरी ओर एआरटीओ प्रवर्तन विवेक शुक्ला के ऊपर जिले के सबसे बड़े अधिकारी जो लक्ष्य के अनुरूप कार्य करते है उनका हाथ है और हो भी क्यो नही ओवरलोड वाहनों की अवैध वसूली कुछ हिस्सा उन तक भी पहुँच रहा है। विजय प्रकाश स्वतंत्र देव सिंह का चहेता है कथित रूप यह भी पता चला है कि स्वतंत्र देव को हर महीने 5 लाख का चढ़ावा भी विजय प्रकाश द्वारा चढ़ाया जाता है
क्या कहते है जिम्मेदार
जिले के परिवहन अधिकारियों की कार्यप्रणाली संज्ञान में है मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप कार्य न करने वाले अधिकारियों को जनपद में नही रहने दिया जाएगा। मैंने कार्यवाही के लिए मुख्यमंत्री जी को पत्र लिख दिया है जल्दी ही दंडात्मक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी
श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह एमएलसी भाजपा मिर्जापुर/सोनभद्र
-अचूक संघर्ष-