आज के नेताओ को सम्प्रदायिकता है, प्यारा नही चाहते जनता में बना रहे भाईचारा

Cover Story अन्तर्द्वन्द

-सोनू शर्मा-

एक जमाना था, जब देश मे भाईचारे के साथ लोग मिलजुलकर रहते थे एक दूसरे के सभी कामो में एक दूसरे की मदद भी किया करते थे, लेकिन जैसे जमाना बदलने लगा तो लोगो को भी बदलने पर मजबूर कर दिया इस देश की गंदी घिनोनि राजनीति करने वाले इन नेताओं ने जिन्होंने जनता के बीच इस हिन्दू मुस्लिम की फसाद को बढाबा देकर। जरा सोचो क्या पहले से यह जाति धर्म नही था लेकिन लोगो के मन मे नही था। लेकिन आज के हालात ऐसे है कि जो यह नेता जनता को कह देते है जनता उसी पर भरोसा कर लेती है जिसका नतीजा यह है कि नेताओं को जनता की कमजोरी मिल गई है झगड़ा फसाद की जड़, जो यह है हिन्दू मुस्लिम।

आज देश मे यह हो भी रहा है आज देश जिस तरफ देखो सब जगह चर्चा सुनने को मिलती है कि भारत हिन्दूत्व देश है अरे भाई एक बात बताओ क्या मुस्लिम इस देश का हिस्सा नही है मैं सभी पार्टियों से यह बात पूछता हूँ बताओ क्यों इस देश की भोली भाली जनता के मन को गन्दगी से भर नफरत फैला रहे चन्द राजनीति के सुख भोगने के लिए तो लो मजा इस गंदी राजनीति का किसने मना किया लेकिन हमारे इस भारत देश की छवि को गन्दा तो मत करो। रहने दो सभी को एक साथ भाईचारे के साथ

इसके साथ साथ मैं इन नेताओं से कहना चाहता हूँ की जब आपकी सरकार को इन मुस्लिम जाति से इतनी नफरत क्यों है क्या देश की आजादी में इन लोगो का कोई योगदान नही था इसी भारत के राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम हो सकते तब तो देश मे कोई फसाद नही हुआ किसी को कोई परेशानी नही थी उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी थे तो मुस्लिम जाति के लोगो ने तो हिन्दुओ से कोई खतरा नही बताया क्या भारतीय सेना में कोई मुस्लिम फौजी नही है इतना ही नही क्या आपकी पार्टियों में मुसलमान नेता नही है है ऐसी कोई पार्टी जिस में मुस्लिम न हो तो क्यो यह जहर जनता के मन मे घोल रहे हो।

देश मे आज भी लोग भाईचारे से रहना चाहते है लेकिन यह नेता नही चाहते है कि जनता एक साथ एकजुट भाईचारे से रहे क्योंकि यह जानते है कि अगर भारत की जनता एक हो गई तो हम किसके नाम पर जनता को गुमराह करके अपनी सत्ता हासिल करेंगे। मैं आज फिर इस देश की जनता से कहूंगा कि इन नेताओं की बातों में आना बन्द कर अपने मन दिल की बात सुनकर भाईचारे से रहो कोई हिन्दू मुस्लिम नही है सब इस देश की जनता है सभी धर्म एक है कोई भेदभाव नही है सब इन नेताओं की गंदी सोच का जहर है जो सबको मरने मारने पर मजबूर कर रहा है सबसे बड़ा है तो वो है इंसानियत का धर्म जो आज भी चन्द लोगो के अंदर देखनो को मिलती है। नेताओ का क्या है इनका तो जमीर मर चुका है लेकिन आप अपने जमीर को क्यों मार रहे हो भाई चारे के साथ रहो ओर इंसानियत को जिंदा रखो।

-अचूक संघर्ष-

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