मेसर्स एस एस कंस्ट्रक्शन की अभियुक्ता निधि राय व उसके पति मंटू राय ने लगाया सुविख्यात बिल्डर को चूना
एसटीएफ के स्वजातीय एक इंस्पेक्टर का वरदहस्त पैसा गबन कर निधि राय, मंटू राय मस्त
सप्लायर्स निधि राय के खिलाफ मुकदमा दर्ज
वाराणसी। जमाना इतना खराब है जिसकी मदद करिये वही पीठ में छुरा भोकने पर आमादा रहता है । चोरी भी सीनाजोरी भी कहावत आपने सुनी होगी। मने गलती भी करना और थेथरई बतियाना। ईसका ताजा उदाहरण है एक प्रतिष्ठित बिल्डर्स और कंस्ट्रक्शन मैटीरियल सप्लायर का जहां एक मोटी रकम लेने के बावजूद कंस्ट्रक्शन मैटेरियल सप्लायर न सिर्फ मुकर रहा है। बल्कि बिल्डर्स को ही आरोपित कर रहा है।
मामला यह बताया जा रहा है कि श्री सांई बाबा इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राईवेट लिमिटेड द्वारा हरहुआ के दासेपुर में प्रधान मंत्री आवास का निर्माण कराया जा रहा है। वहां मेटीरियल सप्लायर मेसर्स एस एस कंस्ट्रक्शन द्वारा बालू गिट्टी की सप्लाई का काम दिया गया। बिल्डर श्री सांई बाबा इंफ्रा प्रोजेक्ट की तरफ से वर्ष 8.10.2019 से 13.2.2020 तक कई तारीखों में गिट्टी बालू सप्लायर को 9434120 का भुगतान भी श्री साईं बाबा इंफ्रा प्रोजेक्ट के रेरा एकाउंट से कर दिया गया। मगर बार बार कहने के बावजूद गिट्टी बालू की सप्लाई नहीं कि गई। तब बिल्डर्स द्वारा सप्लायर से अपना रुपया मांगा गया तब उसने 5524120 रुपये का चेक 2.2.2021 को दिया गया। कहा गया कि चेक भजाकर रुपया कम्पनी ले ले। शेष रुपया 3910000 का भी जल्द भुगतान कर दिया जायेगा। मगर जब बिल्डर श्री सांई बाबा इंफ्रा प्रोजेक्ट ने बैंक में चेक लगाया तो पता चला कि सप्लायर ने अपना खाता ही बैंक से बन्दकर दिया है। जब बिल्डर्स पैसे की मांग करने लगा तो सप्लायर हीलाहवाली करता रहा।
थक हार कर पीड़ित श्री सांई बाबा इंफ्रा प्रोजेक्ट के डायरेक्टर ने कोर्ट में अपने साथ हुई धोखाधड़ी की गुहार लगाई तो कोर्ट के आदेश पर निधि राय पत्नी सचिदानंद राय निवासी तुलसी निकेतन खजूरी के ऊपर इसी 6 फरवरी को 420, 406 धारा में कैंट थाने में मुकदमा पंजीकृत कर दिया गया।
वहीं बिल्डिंग मैटेरियल सप्लायर ने अपना गिरेबान फंसते देख उसने भी कोर्ट में अर्जी देकर श्री सांई बाबा इंफ्रा प्रोजेक्ट के निदेशक पर क्रॉस केस दर्ज कराया है

पहले तो सचिदानंद राय ने आकर कम्पनी में काम मांगा फिर धीरे धीरे मेरा विश्वास जीतकर 94 लाख रुपया अपने खाते में मंगवाया फिर गिट्टी बालू की सप्लाई भी रोक दी व फरार हो गया जब उससे पैसा मांगा गया तो आनाकानी करने लगा नाजायज दबाव बनाने के लिए न्यायालय से कम्पनी पर मुकदमा दर्ज करा दिया।मुझे न्यायिक व्यवस्था पर पूरा भरोसा है अब न्यायालय ही फैसला करेगी तब जाकर दूध का दूध व पानी का पानी होगा।
राम गोपाल सिंह चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर श्री साईं बाबा इंफ़्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड
-अचूक संघर्ष