वाराणसीक्राइम

सिंहवार हत्याकांड: चाचा ही निकला अनिल का हत्यारा

चाची पर रखता गलत नजर,गौरा बाजार से पटरी के दुकानदार से खरीदा था हसिया

वाराणसी। चाची पर गलत नियत और जमीन विवाद में चाचा ने ही भतीजे अनिल भारती (28) की गला रेतकर हत्या कर दिया था। पुलिस ने बीती रात आरोपी चाचा सिरजू को गौरा अंडर पास से गिरफ्तार किया। उसके निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हसिया को घर के पीछे नीम के पेड़ के पास घास में से बरामद किया। ज्ञातव्य है कि 28 अगस्त सिंहवार गांव में खेत के मड़ई में रात को सोते समय अनिल भारती की गला रेतकर हत्या कर दिया था। सोमवार को वरुणा जोन की एडीसीपी नीतू ने हत्यारे चाचा सिरजू को मीडिया के सामने पेश किया। पुलिस लाइन स्थित सभागार में एडीसीपी नीतू कात्यायन ने पत्रकारों को बताया कि सिंहवार गांव निवासी सिरजू ने चचेरे भतीजे अनिल भारती की हसिया से गला रेतकर हत्या कर दी थी। पुलिस की पूछताछ में सिरजू ने बताया कि 28 अगस्त की रात लगभग 11 बजे अपने चचेरे भतीजे अनिल भारती की पाही पर सोते समय हसिया से गर्दन पर वार कर दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। अनिल भारती के परिवार से मेरी जमीन की रंजिश थी और अनिल मेरी पत्नी पर गलत नियत भी रखता था, तभी से रंजिश रख रहा था। चापड़ (हसिया) के बारे में बताया कि कुछ माह पहले गौरा बाजार से एक पटरी दुकानदार से हसिया खरीदा था और अनिल की हत्या के बाद घर के पीछे नीम के पेड़ के पास घास में फेंककर भाग निकला था। एडीसीपी नीतू कात्यायन ने बताया कि चौबेपुर इंस्पेक्टर अजीत कुमार वर्मा ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और मुखबिर के जरिए आरोपी सिरजू की पहचान हुई। एसएसआई राजेंद्र प्रसाद और एसआई रोहित सिंह आदि ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सिरजू ने जुर्म कबूल किया।

 

 

 

 

 

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