वीडीए उपाध्यक्ष पूर्ण बोरा की सख्ती, तय समय से फाइलों के निस्तारण न होने पर जिम्मेदारों की हालत कर देंगे खस्ती
उपाध्यक्ष की हिदायत शोषण नहीं, हीलाहवाली बर्दाश्त नही

● वीडीए उपाध्यक्ष पूर्ण बोरा की सख्ती, हीलाहवाली बर्दाश्त नही
● सभी जोन की सात माह की रिपोर्ट पर गहन समीक्षा, लंबित मामलों पर कड़ी नजर
● हर बृहस्पतिवार होगा मानचित्र समाधान दिवस, नागरिकों की समस्याएं जल्द सुलझेंगी
● निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर कोई समझौता नहीं, रोजाना होगी मॉनिटरिंग
● नवीन जिला पुस्तकालय, मिनी स्पोर्ट्स स्टेडियम और 75 पार्कों के उच्चीकरण की समीक्षा
● प्राधिकरण परिसर में स्थापित होगी गुणवत्ता जांच प्रयोगशाला
● जनता का उत्पीड़न नहीं सहा जाएगा उपाध्यक्ष का स्पष्ट संदेश
वाराणसी। वीडीए में अब कामकाज की रफ्तार तेज़ होने वाली है। उपाध्यक्ष पूर्ण बोरा ने सोमवार को सभी जोनल अधिकारियों, अभियंताओं और कर्मचारियों के साथ समीक्षा बैठक में प्रशासनिक अनुशासन और जन संतुष्टि को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जनता का किसी भी प्रकार से शोषण नहीं होना चाहिए। सभी फाइलों का निस्तारण तय समय सीमा में किया जाए, पारदर्शिता ही हमारा पहला लक्ष्य है। बैठक में विकास कार्यों से लेकर फाइल निस्तारण तक हर बिंदु पर गहन समीक्षा हुई। यह बैठक न केवल प्रशासनिक कार्यप्रणाली में सुधार का संकेत देती है, बल्कि आम नागरिकों के प्रति जवाबदेही की नई परंपरा भी स्थापित करती है।
समीक्षा बैठक में पारदर्शिता और समयबद्धता पर जोर
4 नवंबर 2025, मंगलवार को वाराणसी विकास प्राधिकरण मुख्यालय में उपाध्यक्ष पूर्ण बोरा की अध्यक्षता में एक विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी पांच जोन के जोनल अधिकारी, अवर अभियंता, क्षेत्रीय कार्मिक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल रहे। बैठक की शुरुआत में उपाध्यक्ष ने पिछले सात महीनों में सभी जोनों की प्रगति रिपोर्ट का परीक्षण किया। रिपोर्ट में लंबित प्रकरणों की संख्या, स्वीकृत मानचित्रों की स्थिति, तथा जारी नोटिसों की प्रगति पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि किसी भी प्रकरण को अनावश्यक रूप से लंबित रखना जनहित के खिलाफ है। जनता को बार-बार चक्कर लगाने पर मजबूर न किया जाए। प्रत्येक अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि नागरिकों की समस्याओं का समाधान तय समयसीमा में हो और प्रक्रियाओं में पारदर्शिता बनी रहे।
मानचित्र समाधान दिवस से आसान होगा निस्तारण
बैठक में उपाध्यक्ष ने एक महत्वपूर्ण निर्णय की घोषणा की कहा कि अब हर बृहस्पतिवार को मानचित्र समाधान दिवस मनाया जाएगा। इस दिन सभी जोन कार्यालयों में विशेष कैंप लगाए जाएंगे, जिनमें प्रत्येक जोन द्वारा 20–20 फाइलें शॉर्टलिस्ट कर प्रस्तुत की जाएंगी।
इस पहल का उद्देश्य नागरिकों की लंबित फाइलों का त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है। हमारा लक्ष्य केवल निर्माण की अनुमति देना नहीं, बल्कि नागरिकों को यह भरोसा दिलाना है कि प्राधिकरण उनके साथ है। समयबद्ध समाधान हमारी कार्यसंस्कृति बने।
जनसंपर्क बढ़े, जनता से संवाद हो सीधा
पूर्ण बोरा ने निर्देश दिया कि यदि किसी आवेदक को किसी प्रकार की समस्या होती है, तो संबंधित अधिकारी स्वयं उनसे संपर्क करें। किसी भी फाइल को अनावश्यक कारणों से रोके रखना अनुशासनहीनता मानी जाएगी।
उन्होंने कहा कि वीडीए एक सेवा संस्था है, न कि नागरिकों पर बोझ डालने वाली व्यवस्था। हमारा उद्देश्य जनता के बीच भरोसा कायम करना है। सचिव डॉ.वेद प्रकाश मिश्रा और अपर सचिव डॉ.गुडाकेश शर्मा ने बताया कि इस नई पहल से नागरिकों को अपने कार्य की स्थिति का पता वास्तविक समय में मिलेगा।
निर्माण कार्यों की समीक्षा में सख्ती गुणवत्ता सर्वोपरि
बैठक के दूसरे सत्र में उपाध्यक्ष ने विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट पर चर्चा की। उन्होंने ट्रांसपोर्ट नगर योजना, आधुनिक सुविधायुक्त नवीन जिला पुस्तकालय का निर्माण, डीआईजी कॉलोनी आवास परियोजना, ठठरा और छितौनी मॉडल कम्युनिटी हॉल, उंदी ताल पुनर्जीवन परियोजना और 75 पार्कों के उच्चीकरण जैसे प्रमुख कार्यों की समीक्षा की। पूर्ण बोरा ने कहा कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। निर्देश दिया कि निर्माण सामग्री का उपयोग मानकों के अनुरूप हो और किसी भी ठेकेदार या अभियंता द्वारा लापरवाही पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। जनता के पैसों से हो रहे विकास कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता दोनों हमारी प्राथमिकता हैं। निर्माण सिर्फ ईंट-पत्थर नहीं, जनता के विश्वास की नींव है।
दैनिक मॉनिटरिंग और प्रयोगशाला की स्थापना का निर्देश
सभी निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उपाध्यक्ष ने कहा कि दैनिक मॉनिटरिंग प्रणाली लागू की जाए। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि वीडीए परिसर में एक गुणवत्ता जांच प्रयोगशाला स्थापित की जाए, जहां निर्माण सामग्री का वैज्ञानिक परीक्षण किया जा सके। इससे प्राधिकरण को हर स्तर पर नियंत्रण और पारदर्शिता बनाए रखने में मदद मिलेगी। अधीक्षण अभियंता अजय पंवार और अधिशासी अभियंता अरविंद शर्मा को इस दिशा में जल्द से जल्द रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया।
स्थलीय निरीक्षण’ से जवाबदेही सुनिश्चित करेंगे
पूर्ण बोरा ने घोषणा की कि अब सभी महत्वपूर्ण परियोजनाओं का स्थलीय निरीक्षण वे स्वयं करेंगे।
इस कदम से न केवल अधिकारियों की जवाबदेही तय होगी, बल्कि ठेकेदारों पर भी अनुशासन कायम रहेगा। उन्होंने कहा कि कार्यालय की फाइलों से ज्यादा सच्चाई जमीन पर दिखती है। इसलिए मैं स्वयं जाकर कार्यों की स्थिति देखूंगा। उन्होंने प्रत्येक परियोजना की प्रगति का साप्ताहिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का भी निर्देश दिया। श्री बोरा के कार्यभार संभालने के बाद से विकास कार्यों में गति और अनुशासन का माहौल दिखने लगा है। उनकी कार्यशैली जिसमें जनसुनवाई, डिजिटल मॉनिटरिंग और पारदर्शी फाइल सिस्टम शामिल है ने कर्मचारियों और नागरिकों के बीच नई उम्मीदें जगाई हैं। प्राधिकरण के कर्मचारियों ने भी माना कि अब निर्णय प्रक्रिया तेज और स्पष्ट हो गई है। श्री बोरा ने कहा कि जनता का विश्वास ही विकास की सबसे बड़ी पूंजी है। अगर हमने पारदर्शिता और समयबद्धता बनाए रखी, तो काशी विकास की नई मिसाल बनेगी। समीक्षा बैठक में सचिव डॉ. वेद प्रकाश मिश्रा, अपर सचिव डॉ. गुडाकेश शर्मा, नगर नियोजक प्रभात कुमार, अधीक्षण अभियंता अजय पंवार, अधिशासी अभियंता अरविंद शर्मा, सभी जोनल अधिकारी और अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
* उपाध्यक्ष ने फाइल निस्तारण की समयसीमा तय की
* हर बृहस्पतिवार होगा ‘मानचित्र समाधान दिवस’
* सभी जोन में 20–20 लंबित फाइलों का साप्ताहिक निस्तारण
* निर्माण कार्यों में गुणवत्ता जांच प्रयोगशाला की स्थापना
* दैनिक मॉनिटरिंग और स्थलीय निरीक्षण की व्यवस्था
* सभी परियोजनाओं की पारदर्शी और जवाबदेह प्रगति सुनिश्चित




