सीपी मोहित अग्रवाल की अवैध पटाखों की बिक्री पर मुस्तैद, डीसीपी सरवणन टी० ने विक्रेता को किया कैद
पंचशील अमित मौर्या

~ काशी की रोशनी को सुरक्षित रखती वर्दी
~ पुलिस आयुक्त के निर्देश पर एसओजी-2 की बड़ी कार्रवाई, बरामद किया 170 किलो अवैध पटाखा
~ एसओजी-2 की गुप्त निगरानी से बेनकाब हुआ बारूद कारोबार
~ राजा दरवाजा में चला छापा, फुरकान 170 किलो विस्फोटक के साथ गिरफ्तार
~ कमिश्नर की शून्य सहिष्णुता नीति वाराणसी पुलिस की पहचान बनी
~ उपायुक्त अपराध की सक्रियता और जमीनी नेतृत्व ने अभियान को सफल बनाया
~ दीपोत्सव से पहले प्रशासन की चेतावनी अवैध कारोबारियों के लद गए दिन
वाराणसी। दीपावली के नजदीक आते ही काशी की गलियों में रोशनी का उत्सव शुरू हो गया है। मंदिरों की घंटियों और आरती की ध्वनि के बीच यह शहर हर साल की तरह श्रद्धा, उल्लास और परंपरा से जगमगा रहा है। लेकिन इसी उत्सव के बीच कुछ लोग लालच के अंधेरे में आग से खेलने की कोशिश कर रहे थे। इस बार उस आग को फैलने से पहले ही पुलिस ने बुझा दिया। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के निर्देशन और उपायुक्त अपराध सरवणन टी. के नेतृत्व में गठित एसओजी-2 टीम ने थाना चौक क्षेत्र के राजा दरवाजा इलाके में 170 किलोग्राम अवैध पटाखों के साथ फुरकान नामक युवक को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई न केवल अवैध कारोबारियों पर कड़ा संदेश है, बल्कि यह भी साबित करती है कि काशी की रोशनी को सुरक्षित रखने में वर्दी वाले प्रहरी हर मोर्चे पर डटे हैं।
काशी की परंपरा में सुरक्षा भी है श्रद्धा
मंदिरों और घाटों का नगर काशी अनुशासन, सामूहिकता और आपसी विश्वास का भी प्रतीक है। दीपोत्सव के दिनों में यहां हर गली दीयों से जगमगाती है, लेकिन उसी रोशनी में थोड़ी सी लापरवाही पूरे मोहल्ले को खतरे में डाल सकती है। इसी पृष्ठभूमि में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने पूरे जिले में त्योहारों को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया था। इस आदेश की गंभीरता तब समझी जा सकती है जब हम यह जानते हैं कि अवैध पटाखे केवल कानूनी अपराध नहीं, बल्कि जीवन के लिए सीधा खतरा हैं। काशी की यही संवेदनशीलता और सजगता इस कार्रवाई की आत्मा बनी।
मोहित अग्रवाल की रणनीति अपराध के खिलाफ शून्य सहिष्णुता
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल पिछले कुछ महीनों से अपराध नियंत्रण को लेकर शून्य सहिष्णुता नीति पर काम कर रहे हैं। चाहे वह मादक पदार्थ तस्करी हो, फर्जी लाइसेंस वाला बारूद कारोबार, या पटाखों का अवैध भंडारण हर मामले में उनकी प्राथमिकता स्पष्ट है कि काशी में अपराध का कोई स्थान नहीं होगा, चाहे अपराधी कितना भी चालाक क्यों न हो। इस मामले में भी उन्होंने व्यक्तिगत रूप से रिपोर्ट की निगरानी की।
सूत्रों के अनुसार, कमिश्नर ने शहर के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि दीपावली से पहले किसी भी इलाके में विस्फोटक सामग्री, ज्वलनशील पदार्थ या अवैध पटाखों की सप्लाई होने पर तत्काल कार्रवाई की जाए। उनकी नीति में सुरक्षा, पारदर्शिता और जवाबदेही तीन मुख्य स्तंभ हैं और यही नीति इस ऑपरेशन में दिखाई दी।
डीसीपी सरवणन टी० मैदान के कमांडर की तरह अग्रिम पंक्ति में
इस अभियान की वास्तविक सफलता का श्रेय उपायुक्त अपराध सरवणन टी. को जाता है। उनकी कमान में काम करने वाली एसओजी-2 टीम पिछले कुछ महीनों में वाराणसी पुलिस की सबसे सक्रिय इकाई बन चुकी है। सरवणन टी. का नेतृत्व-शैली कुछ अलग है वे ऑफिस से नहीं, मैदान से कमांड करते हैं। इस ऑपरेशन में भी वे टीम के साथ लगातार संपर्क में रहे और सुनिश्चित किया कि कार्रवाई में किसी निर्दोष को नुकसान न पहुंचे, जबकि कानून के दायरे में सख्ती से काम किया जाए। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरवणन टी. जैसे अधिकारी काशी की सुरक्षा के लिए एक वरदान हैं, जो हर कार्रवाई में न सिर्फ परिणाम बल्कि प्रक्रिया की शुद्धता पर भी ध्यान देते हैं।
त्यौहार की तैयारी में प्रशासन की नई सख्ती
दीपावली के मौसम में बाजारों में भीड़ बढ़ने के साथ-साथ पुलिस की चुनौतियां भी बढ़ जाती हैं। अवैध पटाखे, नकली मिठाई, ट्रैफिक अव्यवस्था इन सबके बीच वाराणसी प्रशासन ने इस बार शून्य जोखिम नीति अपनाई है। एसओजी-2 की कार्रवाई इसी अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत शहर में 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। पुलिस कमिश्नर ने साफ कहा है कि यह केवल कानून-व्यवस्था की बात नहीं है, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा और उनके जीवन से जुड़ा सवाल है। उन्होंने चेतावनी दी कि कोई भी व्यक्ति या व्यापारी यदि लाइसेंस नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई होगी।
काशी की रोशनी को अंधेरा नहीं निगल सकेगा
जब दीपावली की रात पूरा शहर दीयों से जगमगाएगा, तब शायद बहुत से लोगों को यह अहसास न हो कि उस सुरक्षित रोशनी के पीछे कुछ लोग चुपचाप पहरा दे रहे हैं। वह पहरा है वर्दी में सजे उन सिपाहियों का, जिनकी सतर्कता से एक संभावित हादसा टल गया। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल और डीसीपी सरवणन टी. के नेतृत्व में यह कार्रवाई केवल एक छापेमारी नहीं, बल्कि विश्वास की पुनर्स्थापना है कि जब भी काशी पर खतरा मंडराएगा, उसके प्रहरी डटकर सामना करेंगे।




