राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह की नही हो रहीं सुनवाई, रसूख के आगे कानून की ढिलाई
विधायक राजा भैया के पास हथियारों का जखीरा, पत्नी भानवी सिंह का सनसनीखेज आरोप

~ विधायक राजा भैया के पास हथियारों का जखीरा, पत्नी भानवी सिंह का सनसनीखेज आरोप
~ जान से मारने की धमकी, मास डिस्ट्रक्शन वाले हथियारों का जखीरा, पीएमओ में शिकायत
~ इज्जत बचाने के लिए चुप रही, पर अब सच बोलना जरूरी
~ पत्नी भानवी की हुंकार यह पागलपन नहीं, सत्य और न्याय की लड़ाई है
~ कथित ऑडियो में राजा भैया फिर गोली चला दूंगा… ऑन रिकॉर्ड बोल रहा हूं
~ परिवार की लीपा-पोती भाई अक्षय बोले, तस्वीरें ‘एडिटेड’, मामला बढ़ा-चढ़ाकर पेश
~ जनता का सवाल कब तक नेता कानून से ऊपर रहेंगे?
कंचन सिंह
उत्तर प्रदेश की राजनीति में ‘बाहुबली’ छवि रखने वाले विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ उनकी पत्नी भानवी सिंह का शिकायती पत्र सियासी हलचल मचाने वाला साबित हुआ है। भानवी ने न सिर्फ अपने पति पर अवैध हथियारों का जखीरा रखने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है, बल्कि यह भी कहा है कि अब तक उन्होंने परिवार की इज्जत बचाने के लिए चुप्पी साध रखी थी। लेकिन हाल ही में राजा भैया के करीबी अक्षय प्रताप द्वारा मीडिया में उन्हें ‘पागल’ कहे जाने और दिल्ली स्थित उनके घर की जानकारी सार्वजनिक करने ने उन्हें मजबूर कर दिया कि वे सच सबके सामने रखें। भानवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की है कि उनकी और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और मामले की निष्पक्ष जांच हो।
- राजा भैया पर पत्नी का गंभीर आरोप अवैध हथियारों का खतरनाक जखीरा रखने का आरोप।
- पीएमओ तक पहुंची शिकायत, पीएमओ ने गृह मंत्रालय को दिया जांच का आदेश।
- भानवी सिंह ने कहा जान का खतरा बताया, राजा भैया ने चलाई गोली, बेटी की जान बाल-बाल बची।
- वॉयस नोट, फोटो और लिखित दस्तावेज पीएमओ व सीबीआई को सौंपे।
अवैध हथियारों का बड़ा जखीरा जनसुरक्षा पर संकट
भानवी सिंह ने अपनी शिकायत में विस्तार से लिखा है कि उनके पति राजा भैया वर्षों से घातक हथियार जमा करते आ रहे हैं। यह हथियार केवल लाइसेंसी बंदूकें या पिस्टल तक सीमित नहीं हैं बल्कि इनमें नाटो ग्रेड की जिगना पिस्टल, ऑटोमैटिक असॉल्ट राइफल्स, कार्बाइन और कई अन्य अत्याधुनिक हथियार शामिल हैं। उनका कहना है कि इन हथियारों से न सिर्फ व्यक्ति की जान खतरे में पड़ सकती है बल्कि ये किसी भी समय बड़े पैमाने पर जनहानि का कारण बन सकते हैं। यह आरोप कोई सामान्य नहीं है क्योंकि यह सीधे-सीधे देश की आंतरिक सुरक्षा और लोक व्यवस्था से जुड़ा मामला है। अगर एक विधायक के पास ऐसे हथियार हैं जिनकी आम नागरिक तो छोड़िए, सेना और अर्धसैनिक बलों को भी सीमित संख्या में आपूर्ति होती है, तो यह शासन-प्रशासन और खुफिया एजेंसियों के लिए गंभीर चेतावनी है।
मेरी जान खतरे में, बेटी बाल-बाल बची
भानवी सिंह ने आरोप लगाया है कि राजा भैया न केवल हथियारों का अवैध भंडार रखते हैं बल्कि उनका इस्तेमाल धमकाने और डराने के लिए भी करते हैं। उनका कहना है कि एक मौके पर राजा भैया ने कमरे में गोली चला दी थी, जिसमें उनकी छोटी बेटी बाल-बाल बच गई। इतना ही नहीं, भानवी का आरोप है कि राजा भैया ने उनके खुद के लाइसेंसी हथियार भी जबरन छीन लिए और उन्हें लगातार मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना दी जा रही है। यह स्थिति उनके और बच्चों के जीवन के लिए गंभीर खतरे का संकेत है।
पीएमओ और सीबीआई तक पहुंची शिकायत
भानवी सिंह ने बताया कि उन्होंने यह मामला 3 जून 2025 को पीएमओ में लिखित रूप से दर्ज कराया। साथ ही इससे पहले भी वह कई बार सीबीआई निदेशक को विस्तृत शिकायत दे चुकी हैं। उनके अनुसार, राजा भैया पर दर्ज यह शिकायत सिर्फ घरेलू विवाद का हिस्सा नहीं है बल्कि इसमें उन्होंने फोटो, वॉयस नोट और दस्तावेजी सबूत भी पेश किए हैं। यही कारण है कि पीएमओ ने मामले को गंभीर मानते हुए तुरंत गृह मंत्रालय को जांच का आदेश सौंप दिया है। सूत्रों का मानना है कि अगर इन आरोपों में सच्चाई पाई गई तो यह मामला सिर्फ एक पारिवारिक विवाद तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का संवेदनशील मुद्दा बन जाएगा।
30 साल पुराना रिश्ता टूटा विवादों में उलझी जिंदगी
राजा भैया और भानवी सिंह की शादी को लगभग 30 साल हो चुके हैं। लेकिन बीते कुछ वर्षों से दोनों के बीच विवाद गहराते चले गए। राजनीतिक ताकत, दबंग छवि और पारिवारिक कलह के बीच यह रिश्ता अब खुलकर अदालतों और जांच एजेंसियों तक पहुंच चुका है। भानवी का कहना है कि उनके पति की छवि बाहर भले ही सियासी दबंग की हो, लेकिन निजी जीवन में वे उन्हें और बच्चों को असुरक्षा और भय के साए में जीने पर मजबूर करते हैं।
राजनीतिक भूचाल प्रशासन की अग्निपरीक्षा
राजा भैया का नाम उत्तर प्रदेश की सियासत में हमेशा से बाहुबली नेताओं में लिया जाता रहा है। कई बार जेल जा चुके, राजनीतिक गठबंधनों का हिस्सा बने और बार-बार विधायक चुने गए राजा भैया अब अपनी पत्नी के इन आरोपों के चलते एक बार फिर विवादों के केंद्र में हैं। गृह मंत्रालय इन आरोपों की निष्पक्ष जांच करेगा, सुरक्षा एजेंसियां सचमुच राजा भैया के कथित हथियारों के जखीरे का खुलासा कर पाएंगी और अगर आरोप सही साबित हुए, तो सरकार ऐसे प्रभावशाली नेता पर कार्रवाई का साहस दिखाएगी। भानवी सिंह की शिकायत ने उत्तर प्रदेश की राजनीति को झकझोर दिया है। एक ओर यह मामला पारिवारिक विवाद का प्रतीत होता है, तो दूसरी ओर आंतरिक सुरक्षा और जनसुरक्षा से सीधे जुड़ा मुद्दा है। अगर वास्तव में राजा भैया के पास अवैध हथियारों का जखीरा है, तो यह न सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल है बल्कि लोकतंत्र की जड़ों तक हिला देने वाला मामला है।
- राजा भैया की पत्नी भानवी का खुला आरोप अवैध हथियारों का खतरनाक जखीरा, घरेलू हिंसा और जान का खतरा।
- अक्षय प्रताप पर भी निशाना मीडिया में झूठ फैलाने और ‘पागल’ बताने का गंभीर आरोप।
- दिल्ली में रह रहे घर का पता सार्वजनिक किए जाने पर बच्चों की जान को खतरा बताया।
- मोदी-शाह-योगी से गुहार निष्पक्ष जांच और तत्काल सुरक्षा की मांग।
पति की नीचता का कोई जवाब नहीं
अपने शिकायती पत्र में भानवी सिंह ने लिखा है कि सालों तक मैंने चुप रहकर अपने परिवार की इज्जत बचाने की कोशिश की। बहुत अन्याय सहा, बहुत उत्पीड़न सहा। परन्तु हाल ही में अक्षय प्रताप ने मीडिया इंटरव्यू में मेरे बारे में झूठ फैलाकर मुझे ‘पागल’ कहा। यही वह आखिरी चोट थी जिसने मुझे मजबूर कर दिया कि अब सच्चाई सबके सामने रखूं। भानवी ने यह भी कहा कि वह अपने पति की नीचता का कोई जवाब नहीं देना चाहती थीं, लेकिन लगातार मीडिया से सवालों और अपमानजनक टिप्पणियों के बाद उन्हें अपना मौन तोड़ना पड़ा।
अक्षय प्रताप पर सीधा निशाना मीडिया में झूठ फैलाया, पता उजागर किया
भानवी सिंह का सबसे बड़ा हमला राजा भैया के करीबी और रिश्तेदार अक्षय प्रताप सिंह पर है। भानवी अपनी बेटियों के साथ दिल्ली के जिस घर में रहती हैं वहां की जानकारी अक्षय प्रताप जानबूझकर मीडिया बाइट में दे रहे हैं। हो सकता है वे अपने अपराधी गुर्गों को यहां भेजकर कोई आपराधिक घटना कराना चाहते हों। इस बयान ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं। क्योंकि किसी महिला और उसके बच्चों के ठिकाने को सार्वजनिक करना उन्हें संगठित आपराधिक हमले के लिए निशाना बनाने जैसा है।
अब सबूत भी सार्वजनिक करूंगी
भानवी ने पत्र में साफ लिखा है कि अब उन्हें मजबूरन कुछ सबूत सार्वजनिक करने पड़ रहे हैं। उनके अनुसार
जब मुझे मजबूर ही किया है तो कुछ और सबूत यहां प्रस्तुत कर रही हूं जो सार्वजनिक तौर पर इनके चरित्र, आपराधिक प्रवृत्ति और कानून का कोई डर नहीं होने का प्रमाण अपने आप देंगे। इसमें उन्होंने वॉयस नोट्स, हथियारों की फोटो और अन्य दस्तावेजों का जिक्र किया है। भानवी का कहना है कि उनकी चुप्पी अब तक अपराधियों को ताकत दे रही थी, लेकिन अब वे पूरे मामले को उजागर कर रही हैं।
पीएम, गृह मंत्री और सीएम से गुहार निष्पक्ष जांच कराई जाए
भानवी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे पत्र में कहा है मैंने हमेशा भगवान राम और सनातन धर्म की सीख के अनुसार सहनशीलता दिखाई। अब यह चुप्पी अपराधियों को ताकत दे रही थी। इसलिए मैं आज सार्वजनिक रूप से बता रही हूं। यह वही सच है जिसे छुपाने के लिए मुझे अपमानित किया गया, मारा-पीटा गया, यहां तक कि घर से गलत तरीके से बाहर किया गया। मेरी और मेरे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। उनकी इस गुहार ने इस मामले को सिर्फ पारिवारिक विवाद से कहीं ज्यादा बड़ा बना दिया है। अब यह राष्ट्रीय सुरक्षा, महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था का सवाल बन गया है। विदित हो कि राजा भैया का नाम यूपी की राजनीति में हमेशा से विवादों और दबंग छवि के साथ जुड़ा रहा है। कई बार जेल जा चुके, राजनीतिक गठबंधनों में निर्णायक भूमिका निभा चुके और बार-बार विधानसभा चुनाव जीतने वाले राजा भैया अब अपनी पत्नी के इन आरोपों के चलते नए संकट में फंस गए हैं। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि अगर जांच एजेंसियों ने इन आरोपों को गंभीरता से लिया तो यह मामला न केवल राजा भैया की साख को ध्वस्त कर सकता है बल्कि सत्ता प्रतिष्ठान के लिए भी असहज स्थिति पैदा कर सकता है। भानवी सिंह का शिकायती पत्र सिर्फ एक पत्नी की पीड़ा नहीं है, बल्कि यह एक राजनीतिक और आपराधिक गाथा का पर्दाफाश भी है। इसमें बाहुबली छवि वाले एक विधायक के खिलाफ ऐसे आरोप लगे हैं, जो आंतरिक सुरक्षा, महिला सुरक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों को सीधे चुनौती देते हैं।
- प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय इस पर निष्पक्ष और पारदर्शी जांच कराएंगे।
- कानून से ऊपर समझे जाने वाले बाहुबली नेता पर कठोर कार्रवाई होगी।
- क्या भानवी व उनके बच्चों को वह सुरक्षा मिलेगी जिसकी वे गुहार लगा रही हैं।
- यूपी की राजनीति में यह मुद्दा भूकंप की तरह फैल चुका है और पूरे देश की निगाहें इस मामले की जांच और उसके परिणाम पर टिकी हैं।
गोली चलाने की धमकी राजा भैया का असली चेहरा या सत्ता का पागलपन
कुंडा की राजनीति से निकला यह तूफ़ान अब प्रदेश ही नहीं, पूरे देश में गूंज रहा है। रघुराज प्रताप सिंह उर्फ़ ‘राजा भैया’, जिनकी सत्ता और आतंक की कहानियां लोकगीतों से लेकर चुनावी गलियारों तक फैली हैं, अब खुद अपने ही घर से घिरते नज़र आ रहे हैं। पत्नी भानवी सिंह ने जो ऑडियो, तस्वीरें और बयान सार्वजनिक किए हैं, उन्होंने नेताओं के ढोंग और दोहरे चरित्र का पर्दाफाश कर दिया है। सवाल उठता है जो नेता मंच से राम, धर्म और मर्यादा की बातें करते हैं, वे घर के भीतर गोलियों और धमकियों की राजनीति क्यों करते हैं। राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह ने प्रधानमंत्री कार्यालय तक शिकायत भेजी और फिर सोशल मीडिया पर एक वॉयस-नोट और हथियारों की तस्वीरें साझा की। इस शिकायत के पीछे उनकी पुकार साफ है यह कोई पागलपन नहीं, बल्कि न्याय और सत्य की लड़ाई है।
ऑडियो की गूंज: कथित ऑडियो में संवाद कुछ यूं चलता है
भानवी कहती हैं, बताइए जब घर के अंदर गोली चला देंगे तो कौन नहीं छोड़कर जाएगा। जवाब में राजा भैया की आवाज आती है फिर से चला देंगे गोली… ऑन रिकॉर्ड ही बोल रहा हूं… इसके बाद रोना मत कि आपने क्या कर दिया। इसके बाद ठहाके की आवाज सुनाई देती है।
हथियारों की तस्वीरें डर या सच
भानवी ने जो तस्वीरें साझा की हैं, उनमें हथियार नजर आते हैं। उनका दावा है कि यही राजा भैया की असली दुनिया है डर, धमकी और दहशत। जबकि दूसरी तरफ परिवार कह रहा है कि तस्वीरें एडिटेड हैं, सब षड्यंत्र है। अगर सब झूठ है तो अदालत में जाकर सत्यापन क्यों नहीं कराते। भाई अक्षय प्रताप सिंह का बयान आया यह सब बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है, तस्वीरें फर्जी हैं। सवाल यह है कि क्या किसी महिला को, वह भी नेता की पत्नी को, बदनाम करने के लिए इतना बड़ा कदम उठाने की जरूरत पड़ेगी, यह इतना आसान है कि एक स्त्री सब कुछ दांव पर लगाकर अपने ही पति पर गोली चलाने का आरोप लगा दे।
जनता की अदालत
यह मामला सिर्फ पति-पत्नी के झगड़े तक सीमित नहीं। यह लोकतंत्र का प्रश्न है। यह सवाल है कि क्या विधायक, मंत्री और बाहुबली हमेशा कानून से ऊपर रहेंगे। जब जनता पर बंदूक तानी जाती है तो एफआईआर होती है, जेल होती है। तो क्या जनता अब यह मान ले कि सत्ता और ‘राजा’ के लिए कानून अलग है और आम इंसान के लिए अलग।
- अगर ऑडियो असली है तो क्या यह खुलेआम आपराधिक धमकी नहीं।
- हथियारों की तस्वीरें सच हैं तो पुलिस छापेमारी क्यों नहीं करती।
- सबूत फर्जी हैं तो राजा भैया तुरंत अदालत का दरवाज़ा क्यों नहीं खटखटाते।
- जब पत्नी को ही सुरक्षा नहीं, तो जनता कैसे भरोसा होगा।
भानवी सिंह का यह साहस केवल एक स्त्री का संघर्ष नहीं है, यह पूरे समाज की आवाज़ है। यह उन औरतों की आवाज़ है जिन्हें घर की चारदीवारी में दबा दिया जाता है। यह उन नागरिकों की आवाज़ है जो नेताओं की धौंस और बंदूक के साए में जीते हैं। जरूरत है कि पुलिस, प्रशासन और न्यायपालिका मिलकर इस मामले की निष्पक्ष जांच करे। डिजिटल फॉरेंसिक से ऑडियो और तस्वीरों की सच्चाई सामने लानी होगी। क्योंकि अगर सच सामने नहीं आया, तो लोकतंत्र का मजाक बन जाएगा और जनता का भरोसा हमेशा के लिए टूट जाएगा।
- भानवी सिंह का दावा वर्षों का उत्पीड़न, अब पीएमओ में शिकायत और सबूत सार्वजनिक।
- ऑडियो क्लिप में कथित धमकी फिर गोली चला दूंगा… ऑन रिकॉर्ड बोल रहा हूं।
- तस्वीरें भी साझा परिवार बोला फर्जी और एडिटेड।
- जरूरत है फॉरेंसिक जांच, पारदर्शी कार्रवाई और सच का सामने आना।
सत्ता का ठहाका, औरत का अपमान!
यह सिर्फ गुस्से का उबाल है या सत्ता का नशा, हथियारों की तस्वीरें डर या सच है। भानवी ने जो तस्वीरें साझा की हैं, उनमें हथियार नजर आते हैं। उनका दावा है कि यही राजा भैया की असली दुनिया है डर, धमकी और दहशत।
औरत की आवाज़ दबाओगे, तो सच और जोर से गूंजेगा!
यह मामला सिर्फ़ पति-पत्नी के झगड़े तक सीमित नहीं। यह लोकतंत्र का प्रश्न है। नेता अगर कानून से ऊपर हैं, तो जनता का भरोसा किस पर रहेगा। अगर ऑडियो असली है तो क्या यह खुलेआम आपराधिक धमकी नहीं है। हथियारों की तस्वीरें सच हैं तो पुलिस छापेमारी क्यों नहीं करती। सबूत फर्जी हैं तो राजा भैया तुरंत अदालत का दरवाज़ा क्यों नहीं खटखटाते। न्याय की कुर्सी पर बैठे मौन रहेंगे, तो अत्याचार का राज और मजबूत होगा! भानवी सिंह का यह साहस केवल एक स्त्री का संघर्ष नहीं है, यह पूरे समाज की आवाज है। यह उन औरतों की आवाज है जिन्हें घर की चारदीवारी में दबा दिया जाता है। यह उन नागरिकों की आवाज है जो नेताओं की धौंस और बंदूक के साए में जीते हैं।




