वाराणसी

बड़ागांव थाना प्रभारी की तत्तपरता से 40 लोगो की बची जान, बढ़ा दिया वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट का सम्मान

112 पर सूचना मिलते ही 40 यात्रियों को सुरक्षित निकाला, आपातकालीन सेवा 112 की त्वरित कार्रवाई, पलटने की कगार पर थी दर्शनार्थियों से भरी बस

वाराणसी। कमिश्नरेट वाराणसी के बड़ागांव क्षेत्र में बुधवार रात 10:30 बजे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब आपातकालीन सेवा 112 पर मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सड़क से नीचे फंसी एक बस (संख्या UP65 BT 8151) में सवार 40 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया। यह बस दर्शन कर लौट रहे यात्रियों को ले जा रही थी और पलटने की स्थिति में थी, जिससे यात्रियों में भय और अफरा-तफरी का माहौल बन गया था।

पुलिस का रेस्क्यू ऑपरेशन, मिनटों में पहुंची टीम

सूचना मिलते ही थाना बड़ागांव के प्रभारी अतुल सिंह ने तत्काल एक रेस्क्यू टीम गठित की। इस टीम में उप निरीक्षक अभिषेक राय, उप निरीक्षक कृष्ण कुमार वर्मा, उप निरीक्षक अविनाश सिंह, उप निरीक्षक रविन्द्र दुबे, हेड कांस्टेबल सुरेश विश्वकर्मा, कांस्टेबल राकेश सरोज और कांस्टेबल मुकेश चौहान शामिल थे। एम्बुलेंस के साथ यह टीम तुरंत लोकेशन खोजकर घटनास्थल पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। पुलिस ने बस की खिड़कियों के माध्यम से सभी 40 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला।

मिनटों की देरी हो सकती थी घातक

पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया। यदि पुलिस कुछ मिनट देर से पहुंचती, तो बस के पलटने की आशंका थी, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हो सकता था। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सभी यात्री सुरक्षित पाए गए। केवल एक बुजुर्ग महिला को मामूली चोट आई, जिन्होंने प्राथमिक उपचार के बाद स्वयं घर जाकर इलाज कराने की इच्छा जताई।

वैकल्पिक बस की व्यवस्था, यात्रियों की सराहना

पुलिस ने न केवल यात्रियों को सुरक्षित निकाला, बल्कि तत्काल एक वैकल्पिक बस की व्यवस्था कर सभी यात्रियों को उनके गंतव्य तक रवाना किया। इस मानवीय और त्वरित कार्रवाई के लिए स्थानीय लोगों और यात्रियों ने पुलिस की जमकर सराहना की। घटनास्थल पर स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और पुलिस की सक्रियता ने एक बार फिर आपातकालीन सेवा 112 की विश्वसनीयता को साबित किया।

पुलिस की सजगता बनी मिसाल

यह घटना वाराणसी पुलिस की सजगता और आपातकालीन परिस्थितियों में त्वरित कार्रवाई का एक शानदार उदाहरण है। यात्रियों की सुरक्षा और उनकी सुविधा के लिए पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों ने न केवल एक बड़े हादसे को रोका, बल्कि आमजन के बीच पुलिस के प्रति विश्वास को और मजबूत किया।

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